संवाद और विकास हेतु विश्व सांस्कृतिक विविधता दिवस 21 मई 2017 को मनाया गया. यह दिन अंतर सांस्कृतिक संवाद, विविधता और समावेशन के महत्त्व को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए प्रत्येक वर्ष 21 मई को मनाया जाता है.
यह दिन
शांति व आपसी मेल-जोल का संदेश देता है. वर्ष 2001 में यूनेस्को ने
21 मई को संवाद और विकास हेतु विश्व सांस्कृतिक विविधता दिवस
के रूप में मनाने की घोषणा की.
विश्व
के सभी देशों की अपनी अलग भाषा, अलग परिधान और अलग-अलग सांस्कृतिक विशेषताएं हैं.
हमारी
भारतीय संस्कृति भी विविधता की परिचायक है. इतनी अधिक विविधताओं के बावजूद भी
भारतीय संस्कृति में एकता की झलक दिखती है.
भारतीय
संस्कृति न सिर्फ स्मारकों और कला वस्तुओं का संग्रहण है, बल्कि यह अनेक परंपराओं और विचारों का संग्रहण है.
भारत की
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत विश्व के लिए सभ्यता का धरोहर भी है.