तारिणी प्रसन्न मजूमदार
मृत्यु - 15 जून 1918
तारिणी प्रसन्न मजूमदार ढाका, वर्तमान बांग्लादेश. के रहने वाले थे.
15 जून 1918 को महान क्रांतिकारी तारिणी प्रसन्न मजुमदार अपने प्राण पुष्प को
माँ भारती के चरणों में अर्पित कर भारत माता की गोदी में चिरनिंद्रा में सो गए थे.
तरिणी मजुमदार का बहुत बार अंग्रेजों से आमना सामना हुआ था लेकिन वो हर बार
अंग्रेजों को चकमा दे जाते थे परन्तु जब वो शहीद हुए तब उनके घर को चारों तरफ से
घेर लिया और खूब जमकर गोलीबारी हुई तारिणी ने अपने दोनों हाथों में रिवाल्वर लेकर
कई अंग्रेजों को उनके अंजाम तक पहुँचाया, अपनी अंतिम साँस और
अंतिम गोली तक लड़ता रहे.