सहायक अध्यापक के पदों पर काउंसलिंग होने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं मिलने से नाराज बीटीसी अभ्यर्थियों ने बृहस्पतिवार को भाजपा मुख्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। इस दौरान नोकझोंक करने पर पुलिस से उन्हें खदेड़ दिया। इस दौरान हुई अफरा-तफरी में कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आईं। बाद में करीब 35 अभ्यर्थियों को हिरासत में लेकर बस से कोतवाली ले जाया गया, जहां से उन्हें छोड़ दिया गया, जबकि अन्य अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा निदेशालय के लिए कूच कर गए।
बीटीसी 12, 460 शिक्षक भर्ती संघ के बैनर तले प्रदर्शन करने दारुलशफा पहुंचे अभ्यर्थियों ने दोपहर के समय विधानभवन की ओर कूच कर दिया। कैपिटल चौराहे पर पहुंचकर वे अचानक भाजपा मुख्यालय के गेट के सामने बैठकर नारेबाजी करने लगे।
इस दौरान अभ्यर्थियों ने तिरंगा लहराने के साथ ही राष्ट्रगान शुरू कर दिया। करीब एक घंटे के बाद पुलिस ने उन्हें गेट से हटा दिया। इससे नाराज होकर अभ्यर्थी सड़क पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। डीएम स्तर नीचे के किसी भी अधिकारी को ज्ञापन न देने पर अड़े अभ्यर्थियों को पुलिस ने खदेड़ना शुरू कर दिया। इससे हुई अफरातफरी में कई अभ्यर्थियों को मामूली चोटें आईं।
यह है मामलाप्रदर्शनकारियों की अगुवाई कर रहे पंकज यादव ने बताया कि बीटीसी टीईटी पास अभ्यर्थियों के लिए तत्कालीन सरकार ने 15 दिसंबर 2016 को बेसिक शिक्षा विभाग में 12,460 सहायक अध्यापक की भर्ती का शासनादेश जारी किया था। 18 से 20 मार्च 2017 को काउंसलिंग के बाद चयन सूची भी तैयार की जा चुकी है। इसके बावजूद अभी तक नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए। 6 फरवरी 2018 में हाईकोर्ट की डबल बेंच ने राज्य सरकार को चयन प्रक्रिया में बीटीसी-2013 बैच के लिए क्वालिटी पॉइंट तय कर चार सप्ताह में आगे बढ़ाने का निर्णय दिया था लेकिन, इस मामले में अब तक कार्रवाई नहीं हुई।