उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री
तथा माध्यमिक व उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा प्रदेश की शिक्षा के स्तर को
सुधारने में लग गए हैं। उनका मानना है शिक्षा ही किसी भी सुधार का मुख्य आधार
होगा।
डॉ. दिनेश
शर्मा ने आज मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब भी भाजपा की
सरकार रही है, शिक्षा का
स्तर सुधारने पर हमेशा से ही जोर दिया गया है। हमारा लक्ष्य नकल विहीन परीक्षा
सम्पन्न कराने के साथ ही छात्र-छात्राओं का व्यापक ज्ञानवर्धन भी है। उन्होंने कहा
कि शिक्षा सुधार ही मुख्य आधार होता है। डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में इस बार से
एनसीईआरटी पैटर्न को हाइस्कूल के पाठ्यक्रम में लागू किया जाएगा। यह अप्रैल से
लागू हो जाएगा। इससे हर विद्यार्थी को भी आसानी होगी।
उन्होंने
कहा कि सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने में जोर से लगी है। अब तो तमाम चीजों पर
अलग अलग नियम लागू किए गए हैं। अब स्कूलों की मान्यता ऑनलाइन की जाएगी। इसके साथ
ही किसी को भी उसका अंकपत्र अब घर बैठे ऑनलाइन मिलेगा।
उन्होंने
कहा कि प्रदेश में अब तो नकल माफिया के खिलाफ यूपी एटीएस की मदद ली जा सकती है।
नकल विहीन परीक्षा के लिए जिला प्रशासन तैयार है। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरा
लगाने के निर्देश दिए गए हैं। बोर्ड परीक्षा के लिए सभी केंद्रों की सूची फाइनल कर
ली गई है। डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि नकल करने समय स्कूल में पकड़े जाने
पर उस सेंटर की जिम्मेदारी होगी। सीसीटीवी से हर परीक्षा केंद्र पर निगरानी होगी।
उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा में ऐतिहासिक फैसला लिया गया है।
हम
एनसीईआरटी की किताबों को अंगीकृत करेंगे जिससे असमानता खत्म होगी। अगले सत्र से
एनसीईआरटी पैटर्न लागू होगा। हमने लखनऊ में उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल का नाम शहीद
कैप्टन मनोज पांडे के नाम पर किया है। अब स्कूलों में योग व जूडो की क्लास शुरू
हुईं हैं। डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि हमने प्रदेश में सेवानिवृत्त
अध्यापकों के लिए मानदेय बढ़ाया। स्वकेंद्र समाप्त किया गया है। हम हर तरह से
नकलविहीन परीक्षा के उपाय कर चुके हैं।
उन्होंने
कहा कि इस बार प्रदेश में पहली बार 24 जनवरी को यूपी का स्थापना दिवस
मनाया जा रहा है। यूपी दिवस में विद्यालयों की भी भागीदारी होगी। यूपी उत्तम
प्रदेश है इसे अब सर्वोत्तम प्रदेश बनाना है।