वाराणसी :
फर्जीवाड़ा रोकने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं को आधार नंबर से जोड़ा जा रहा है।
इस क्रम में परिषदीय स्कूलों में मध्याह्न भोजन व यूनीफार्म भी आधार से जोड़ने की
प्रक्रिया जारी है। ऐसे में आधार नंबर न होने पर इस वर्ष बच्चों को मुफ्त दो सेट
यूनीफार्म नहीं दिया जाएगा। आगे चलकर मिड-डे-मील भी बंद कर दिया जाएगा।
जिला बेसिक
शिक्षा अधिकारी जय करन यादव ने बताया कि इसके लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों
को निर्देश भी दिए जा चुके हैं। हालांकि इसका उद्देश्य बच्चों को यूनीफार्म या
मध्याह्न भोजन से वंचित करना नहीं है। अपितु व्यवस्था में भ्रष्टाचार कम करना है।
इस क्रम में जनपद में करीब 80 फीसद
बच्चों का आधार कार्ड बनवाया जा चुका है। जुलाई के अंत तक शत-प्रतिशत नामांकित
बच्चों का आधार कार्ड बनवाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत कंप्यूटर अनुदेशकों
को आधार कार्ड बनाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। आवश्यक उपकरण भी मंगाए जा
रहे हैं, ताकि विद्यालय स्तर पर शिविर लगाकर बच्चों का आधार कार्ड
बनवाया जा सके। इसके अलावा हर बच्चों एक अलग से कोड नंबर आवंटित किया जा रहा है।
ऐसे में अब यूनीफार्म, मध्याह्न
भोजन, किताबों के वितरण सहित अन्य योजनाओं में घालमेल की आशंका पूरी
तरह समाप्त हो जाएगी।
क्रय किए
जा रहे रेडीमेड ड्रेस
गुलाबी रंग
के कपड़े का अभाव बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर ड्रेस सिलवा कर बच्चों को वितरित करने
में मंहगा पड़ रहा है। इसे देखते हुए तमाम स्वयं सहायता समूह रेडीमेड ड्रेस क्रय
करने की राह पर चल पड़े हैं, ताकि
बच्चों में यूनीफार्म को शीघ्र वितरित किया जा सके। अब तक 70 विद्यालयों के बच्चों को यूनीफार्म बांटे जाने का दावा किया जा
रहा है।