माध्यमिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में 31 किताबें एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम के आधार पर होंगी। इन किताबों के मूल्य भी निर्धारित कर दिए गए हैं।
इसके लिए चार प्रकाशकों को अधिकृत किया गया है। इन्हीं को ये किताबें बाजार में उपलब्ध करानी होंगी। निर्धारित मूल्य से ज्यादा लेने पर या घटिया कागज का उपयोग करने पर कार्रवाई होगी।
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश सिंह ने बताया कि राजकीय, अनुदानित और वित्तविहीन सभी विद्यालयों में इन्हीं किताबों से पढ़ाई होगी।
विद्यालय इसके अलावा अन्य किताबें खरीदने के लिए विद्यार्थियों पर दबाव नहीं बना सकते। ऐसा करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। माध्यमिक विद्यालयों का नया सत्र एक अप्रैल से शुरू हो चुका है।
जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. मुकेश सिंह ने बताया कि राजकीय, अनुदानित और वित्तविहीन सभी विद्यालयों में इन्हीं किताबों से पढ़ाई होगी।
विद्यालय इसके अलावा अन्य किताबें खरीदने के लिए विद्यार्थियों पर दबाव नहीं बना सकते। ऐसा करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। माध्यमिक विद्यालयों का नया सत्र एक अप्रैल से शुरू हो चुका है।
अब पैसों में नहीं करना होगा भुगतान
अभिभावकों को एनसीईआरटी की यूपी बोर्ड की किताबें खरीदने में रेजगारी से मुक्ति मिलेगी। अभी तक किताबों के मूल्य में कुछ पैसे शामिल होते थे। जैसे-25 पैसे, 35 पैसे आदि।
इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सभी किताबों के मूल्य निर्धारण में इस बात का ध्यान रखा है। किताबों की कीमत इस बार सिर्फ रुपये में है।
इस बार माध्यमिक शिक्षा परिषद ने सभी किताबों के मूल्य निर्धारण में इस बात का ध्यान रखा है। किताबों की कीमत इस बार सिर्फ रुपये में है।