परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68,500 शिक्षकों
की भर्ती के लिए आयोजित होने वाली लिखित परीक्षा मई में हो सकती है। हाईकोर्ट की
डबल बेंच के आदेश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग इस बाबत विचार में जुटा है।
योगी सरकार ने परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों
की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित कराने का फैसला किया था। शिक्षामित्रों का
समायोजन रद होने के बाद पहले चरण में प्रस्तावित 68500 शिक्षकों की
भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 12 मार्च को होनी थी। लिखित
परीक्षा में वही अभ्यर्थी बैठ सकते हैं जिन्होंने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी)
उत्तीर्ण की हो। हाईकोर्ट की एकलपीठ ने छह मार्च को टीईटी 2017 के 14 प्रश्नों को गलत ठहराते हुए उन्हें हटाते हुए
नए सिरे से रिजल्ट जारी करने के निर्देश दिया था। राज्य सरकार ने इसके खिलाफ
हाईकोर्ट में विशेष अपील की थी। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने टीईटी के सिर्फ दो सवालों
को गलत पाते हुए सभी अभ्यर्थियों को इनके लिए ग्रेस अंक देने के लिए कहा है।
हाईकोर्ट के इस निर्देश के बाद बेसिक शिक्षा विभाग
अदालत के निर्देश का पालन करते हुए मई में शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा कराने की
योजना पर विचार कर रहा है। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह ने बताया
कि हाईकोर्ट के निर्देश के क्रम में टीईटी 2017 के सभी अभ्यर्थियों को दो अंक ग्रेस
देकर रिजल्ट घोषित किया जाएगा। दो अंक पाने की वजह से जो अभ्यर्थी टीईटी उत्तीर्ण
कर पाएंगे, वेबसाइट खुलवाकर उनका लिखित परीक्षा के लिए
पंजीकरण कराया जाएगा।
विभाग का अनुमान है कि इसकी वजह से अभ्यर्थियों की
संख्या में चार से पांच हजार का इजाफा होगा। अभ्यर्थियों की संभावित बढ़ी संख्या
को देखते हुए दो अतिरिक्त परीक्षा केंद्र बनाने का इरादा है। एक पूर्वाचल में और
दूसरा पश्चिमी उप्र में। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इसके लिए तकरीबन 25 दिनों
का वक्त चाहिए। ऐसे में परीक्षा मई में कराने की मंशा है, बशर्ते
कि विभाग को हाईकोर्ट की डबल बेंच के आदेश की प्रति जल्द प्राप्त हो जाए।’मई से खाद्य एवं रसद विभाग की विपणन शाखा करेगी उठान’लगातार घोटालों व कालाबाजारी पर शासन ने लिया फैसला