भारतीय
बजट का इतिहास बेहद रोचक है। भारत का पहला आम बजट किसी भारतीय ने नहीं एक अंग्रेज
वित्तमंत्री ने पेश किया। इसके अलावा एक रोचक तथ्य यह भी है कि 1946 में भारत का बजट पेश करने वाले
वित्तमंत्री लियाकत अली खान बाद में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने।
भारत में बजट पेश करने की
परंपरा इस्ट-इंडिया कंपनी ने शुरू की थी और पहला पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को पेश
किया गया था। यह बजट तत्कालीन वित्त मंत्री जेम्स विल्सन ने पेश किया। हालांकि
आजादी के बाद पहला बजट देश के पहले वित्तमंत्री आर के षनमुखम चेट्टी ने पेश कि या।
यह बजट 15
अगस्त 1947 से 31 मार्च 1948 तक केवल
साढ़े सात महीने के लिए पेश किया गया। इससे देश में फरवरी में ही बजट पेश करने की
परंपरा की शुरुआत हुई। जबकि गणतंत्र बनने के बाद जो पहला बजट आया उसे 28 फरवरी 1950 को
वित्तमंत्री जॉन मथाई लेकर आए। इस बजट ने देश में योजना आयोग (अब नीति आयोग) की
स्थापना का रास्ता साफ किया।
1946 का बजट लिया़कत अली खान ने पेश किया
था जो डेढ़ साल बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। सेंट्रल लेजिस्लेटिव असेंबली
में पंडित जवाहर लाल नेहरू के नेतृत्व में गठित अंतरिम सरकार के वित्त मंत्री
लिया़कत अली खान ने दो फरवरी को बजट पेश किया, उसी इमारत में जिसे आज संसद भवन कहा जाता है। इस बजट को कुछ
लोगों द्वार्रा ंहदू विरोधी बजट भी करार दिया गया था। हालांकि लियाकत अली
खान ने अपने बजट को समाजवादी बजट बताया था।