7 जून यानी आज का दिन हर साल विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता है। सबसे पहले इस दिन को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा दिसंबर 2018 में खाद्य और कृषि संगठन के सहयोग से मनाने का ऐलान किया गया था। इस दिन को मनाने के पीछे खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगो को जागरूक करने का उद्देश्य था। जो खराब भोजन का सेवन करने की वजह से गंभीर रोगों के शिकार बन जाते हैं।
खाद्य सुरक्षा का उद्देश्य यह सुनिश्चित किया जाना है कि हर
व्यक्ति को पर्याप्त मात्रा में सुरक्षित और पौष्टिक भोजन मिल सके। हालांकि
डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों की मानें तो दुनियाभर में लगभग 10 में
से 1 व्यक्ति दूषित भोजन का सेवन करने से बीमार पड़ जाता है।
जो कि सेहत के लिए एक बड़ा खतरा है।
प्रमुख बिंदु
§ इस दिवस को मनाने का उद्देश्य
सुरक्षित खाद्य मानकों को बनाए रखने के में जागरूकता पैदा करना और खाद्य जनित
बीमारियों के कारण होने वाली मौतों को कम करना है।
§ संयुक्त राष्ट्र ने अपनी दो
एजेंसियों - खाद्य और कृषि संगठन (Food and Agriculture Organization- FAO) तथा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization- WHO) को
दुनिया भर में खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिये नामित किया है।
§ ‘खाद्य सुरक्षा
क्यों आवश्यक है और इसे कैसे हासिल किया जा सकता है?’ इस पर
चर्चा करने के लिये संयुक्त राष्ट्र ने दिशा-निर्देश विकसित किये हैं। इसके पाँच
मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं-
§ सरकारों को सभी के लिये सुरक्षित
और पौष्टिक भोजन सुनिश्चित करना चाहिये।
§ कृषि और खाद्य उत्पादन में अच्छी
प्रथाओं को अपनाने की आवश्यकता है।
§ व्यापार करने वालों लोगों को यह
सुनिश्चित करना चाहिये कि खाद्य पदार्थ सुरक्षित है।
§ सभी उपभोक्ताओं को सुरक्षित, स्वस्थ और
पौष्टिक भोजन प्राप्त करने का अधिकार है।
§ खाद्य सुरक्षा एक साझा ज़िम्मेदारी
है।
§ ‘सुरक्षित, पौष्टिक और पर्याप्त भोजन’ अच्छे स्वास्थ्य को
बढ़ावा देने के साथ ही भूख जैसी समस्या को समाप्त कर सकता है।
विश्व खाद्य
सुरक्षा दिवस थीम
2019 के विश्व
खाद्य सुरक्षा दिवस की थीम 'खाद्य सुरक्षा सभी का सरोकार'
(Food Safety, Everyone’s Business) है.
2021 की थीम “स्वस्थ कल के लिए आज का सुरक्षित भोजन”
है.