बच्चों की पढ़ाई के लिए
माता-पिता का फिक्रमंद होना स्वाभाविक है। तमाम अभिभावक अपने बच्चों की पढ़ाई में
तरह- तरह से मदद करते हैं। हाल के एक सर्वेक्षण में यह जानने की कोशिश की गई कि
दुनिया में अभिभावक बच्चों को होमवर्क करवाने के लिए कितना समय देते हैं। खास बात यह
है कि इस सर्वेक्षण में भारत के मातापिता सबसे आगे रहे। देश में पठन-पाठन के
प्रतिस्पर्धात्मक माहौल में माता-पिता सप्ताह में करीब 12 घंटे का समय बच्चों की पढ़ाई के दौरान उन्हें होमवर्क में मदद करने के लिए
खर्च करते हैं।
माता-पिता यही सोचते
हैं कि अगर बच्चे का होमवर्क नहीं कराया तो स्कूल में बदनामी होगी। यही कारण है कि
पेरेंट्स अपने बच्चों की पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान दे पाते हैं। भारत के माता-पिता
सबसे अच्छी तरह से अपने बच्चे की पढ़ाई पर ध्यान देते हैं।
यह समय दुनिया में सबसे
अधिक है। खास बात यह है कि यह अगले सबसे ज्यादा समय वाले देश से करीब तीन घंटे
ज्यादा है। चीन, रूस और अमेरिका में माता-पिता सप्ताह में
लगभग सात घंटे का समय बच्चों को होमवर्क कराने में खर्च करते हैं। फ्रांस और
ब्रिटेन में माता-पिता इस काम के लिए सप्ताह में करीब चार घंटे देते हैं।