विधानसभा से 11 साल पहले स्वीकृत प्रस्ताव पर भी शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह की प्रतिमा विक्टोरिया टॉवर पर नहीं लग सकी। हर सहादत दिवस पर उनकी गाथा हम गाते हैं, बताए रास्ते पर चलने का संकल्प भी दोहराया जाता है लेकिन देश के लिए कुर्बान हो गए इस वीर के लिए भी हम फाइलों की दौड़ और नियमों की पेचीदगियां कम नहीं कर सके। उनकी याद में प्रतिमा लगाने का फैसला सभी तत्कालीन विधायकों ने किया लेकिन फिर भी यह प्रतिमा लग नहीं पायी।
विक्टोरिया टॉवर पर शहीद-ए-आजम की प्रतिमा लगाने की मांग पिछले 13 वर्ष से हो रही है। पहली बार 17 दिसंबर 2006 को स्वतंत्रता सेनानी संघ, भगत सिंह स्मारक समिति और सोशलिस्ट फ्रंट की संयुक्त बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ था कि आजाद पार्क स्थित विक्टोरिया टॉवर के रिक्त स्थान पर सरदार भगत सिंह की प्रतिमा लगाई जाए। इस प्रस्ताव को शहर उत्तरी के विधायक रहे अनुग्रह नारायण सिंह ने विधान सभा में उठाया, जिसे 27 फरवरी 2008 को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया था। शहीद-ए-आजम की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव विस में पारित होने के 11 वर्ष बाद भी इसे अमल में नहीं लाया जा सका।अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद एवं शहीद-ए-आजम सरदार भगत सिंह स्मारक समिति के अध्यक्ष राजू मर्करी बताते हैं कि विस में प्रस्ताव पारित होने के बाद जब प्रतिमा लगाने की बारी आई तब पुरातत्व विभाग ने यह कहते हुए अड़ंगा लगा दिया कि विक्टोरिया टॉवर धरोहर स्थलों में से एक है, वहां प्रतिमा लगाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। इसके बाद पार्क में ही आजाद की प्रतिमा के पास या दूसरी जगह पर शहीद-ए-आजम की प्रतिमा लगाने की पहल की गई लेकिन नगर निगम ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। हर साल की तरह इस बार भी स्मारक समिति की ओर से शुक्रवार को शहादत दिवस पर एक बार फिर प्रतिमा लगाने का मुद्दा जोर शोर से उठाया जाएगा।
नगर निगम में पत्रावली लटकी हुई है। निगन अफसरों की ओर से दिलचस्पी न लिए जाने की वजह से सरदार भगत सिंह की प्रतिमा अभी तक नहीं लगाई जा सकी। अब इसके लिए नए सिरे से संघर्ष किया जाएगा। राजू मर्करी, अध्यक्ष शहीद-ए-आजम स्मारक समिति ।
विस में प्रस्ताव पारित होने के बाद भी विक्टोरिया टॉवर पर शहीद-ए-आजम की प्रतिमा न लगाया जाना, बेहद चिंताजनक है। इस मामले पर शिष्ट मंडल के साथ सीएम-पीएम से मिलकर शिकायत की जाएगी। प्रो. वल्लभ मिश्र, पूर्व प्रदेश संयोजक सोशलिस्ट फ्रंट।
प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव की जानकारी नहीं थी, पता कराएंगे और शहीद-ए-आजम की प्रतिमा लगाने की सभी अड़चनें दूर की जाएंगी- अभिलाषा गुप्ता नंदी, मेयर