पैर छूने की परंपरा से एक अफसर
इस कदर परेशान हो गए कि अपने दफ्तर में इस पर प्रतिबंध ही लगा दिया। यही नहीं, कार्यालय में बाकायदा नोटिस तक चस्पा करा दिया कि
यहां चरण स्पर्श करना निषेध है।
मामला
बहराइच के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) कार्यालय का है। वैसे तो नोटिस करीब
दो माह पुराना है, लेकिन शनिवार को जब कार्यालय के
बोर्ड पर चस्पा हुआ तो तमाम चर्चाएं शुरू हो गई हैं।
डीआईओएस राजेंद्र पांडेय ने दफ्तर में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी का चरण स्पर्श करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। उनका कहना है कि पैर छूने वालों में शिक्षक भी होते थे। यह गरिमा के खिलाफ था। इसलिए इस पर रोक लगाई है। यह नोटिस 6 दिसंबर 2017 को ही जारी किया गया था, लेकिन यह फाइलों में दबा रह गया था।
डीआईओएस राजेंद्र पांडेय ने दफ्तर में किसी भी अधिकारी व कर्मचारी का चरण स्पर्श करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। उनका कहना है कि पैर छूने वालों में शिक्षक भी होते थे। यह गरिमा के खिलाफ था। इसलिए इस पर रोक लगाई है। यह नोटिस 6 दिसंबर 2017 को ही जारी किया गया था, लेकिन यह फाइलों में दबा रह गया था।
मामले पर
अफसर राजेंद्र कुमार पांडेय का कहना है कि कार्यालय में कुछ दिनों से पैर छूने के
लिए लोग लाइन लगा लेते थे। इनमें शिक्षक भी शामिल होते थे। यह उचित नहीं है।
शिक्षकों की गरिमा सुरक्षित रखने के लिए नोटिस जारी किया है।