Avadh Bihari
1869, - 8 मई, 1915,
अवध
बिहारी प्रसिद्ध क्रांतिकारी और रास बिहारी बोस के सहयोगी थे। इनका जन्म दिल्ली में हुआ था। बोस की क्रांतिकारी गतिविधियों के चलते अंग्रेजी शासकों की
नींद हराम हो गई थी। उन्होंने वायसराय लॉर्ड हार्डिंग पर बम प्रहार किया तथा
लारेंस गार्डस बम कांड में भी मुख्य भूमिका निभाई।
अवध
बिहारी ने आजीविका के लिए अध्यापन कार्य करते हुए पंजाब और उत्तर प्रदेश में
क्रान्तिकारी गतिविधियों को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया।
दिल्ली में
सन 1912 में वायसराय के जुलूस पर बम फेंकने की
योजना बनाने में भी अवध बिहारी सम्मिलित थे। रास बिहारी बोस इस घटना के बाद पहले देहरादून और उसके बाद जापान चले
गए थे।
फ़रवरी, 1914 में अवध बिहारी को गिरफ़्तार कर लिया गया और दिल्ली षड़यंत्र केस के
अंतर्गत अभियोग चलाया गया।
वायसराय
की हत्या की कोशिश का अभियोग लगाकर मास्टर
अमीरचंद, बालमुकुंद और बंसत कुमार विश्वास के साथ अवध बिहारी को भी मौत की सजा दी गई और 11 मई, 1915 को अंबाला जेल में उन्हें फाँसी पर
लटका दिया गया।