यूपी बोर्ड की सचिव ने बताया कि पिछली वर्ष हाईस्कूल एवं इंटर में 84 हजार छात्रों का फर्जी पंजीकरण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।प्रथम दृष्टया ऐसे सत्यापन वाले केन्द्रों को ब्लैक लिस्टेडकिया जा रहा है उनको फिर से आवेदन पत्र फारवर्डिग सेंटर नहीं बनाया जायेगा।उनसे लिखित मांगा जायेगा कि जो पंजीकरण हुआ था वह लोग कहां के थे और कैसे एवं किसने पंजीकरण करवाया।उसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जेल भेजा जायेगा।यह जिम्मेदारी जिलों में जेडी एवं डीआईओएस को दी जायेगी जिससे कि फर्जी पंजीकरण 2018 के दौरान न होने पाये।