उ.प्र.माध्यमिक शिक्षा परिषद से संचालित होने वाले स्कूलों में शिक्षकों की कमी से जुड़ी समस्याओं का समाधान शीघ्र होगा। इसके लिए प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने रविवार को जिलाधिकारी और जिला विद्यालय निरीक्षक को जरूरी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जब तक शिक्षकों की नियुक्ति शासन स्तर से नहीं होती, तब तक अपने स्तर से अवकाश प्राप्त शिक्षकों को ही कुछ मानदेय देकर शिक्षण व्यवस्था सुचारु करवायें।
डिप्टी सीएम व शिक्षा मंत्री के आगमन को लेकर दैनिक जागरण ने अपने 25 मार्च के अंक में पेज नंबर छह पर उप मुख्यमंत्री को संबोधित शिक्षा व्यवस्था की दुश्वारियों को समेटती एक खबर प्रकाशित किया। इस खबर में जिले की शिक्षा व्यवस्था कैसे संचालित होती है, क्या-क्या समस्या हैं इसको प्रमुखता दी गयी है। कोन के राजवंशी देवी इंटर कालेज में दिव्यांगजनों के सम्मान में आयोजित समारोह में शिरकत करने जब डिप्टी सीएम पहुंचे तो उन्हें पूर्व एमएलसी जय प्रकाश चतुर्वेदी ने इस समस्या से अवगत कराया।
इस पर डा. शर्मा ने खुले मंच से यह घोषणा किया कि शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए डीएम और डीआइओएस पहल करें। नए सत्र से शिक्षकों की कमी पूरी की जाएगी। लेकिन जब तक भर्ती नहीं होती तब तक अवकाश प्राप्त शिक्षकों को ही माध्यमिक विद्यालयों व इंटर कालेजों में रखकर शिक्षण कार्य कराया जाय। इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था के लिए कोन इंटर कालेज को उच्चीकृत कर डिग्री कालेज बनाने की बात कही। कहा कि इस पर प्रस्ताव दिया जाय, शासन से स्वीकृति मिलेगी। इस कालेज में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। जिले में एकलव्य विद्यालय की स्थापना की भी डिप्टी सीएम ने घोषणा की। उप मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन