बसों में दिव्यांगों के लिए आरक्षित होंगी सीटें
आगरा एक्सप्रेस वे पर पहले चलेंगी वोल्वो व स्कैनिया बसें
आगरा एक्सप्रेस वे पर पहले वोल्वो और स्कैनिया बसों का संचालन शुरू होगा। पहले चरण में 24 एसी बसों को चलाये जाना प्रस्तावित है। सस्ती बसों को बाद में चलाया जायेगा। बसों का संचालन चारबाग बस अड्डे से होना प्रस्तावित है। इसके बाद बसों का संचालन आलमबाग बस टर्मिनल से किया जाएगा। स्टेशन प्रबंधक वीएन तिवारी ने बताया कि 525 किलोमीटर के बजाए 531 किलोमीटर का रूट तय हुआ है। तय किलोमीटर के आधार पर स्कैनिया बस का किराया 1358 रु पए व वोल्वो बस का किराया 1328 रपए यात्रियों को देना होगा। एक यात्री का 140 रपए टोल लगेगा क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि लखनऊ- दिल्ली के बीच दो टोल प्जाला है। दोनों टोल मिलाकर एक यात्री के ऊपर तकरीबन 140 रपए का भार आएगा। टोल के पैसे को टिकट में जोड़कर वसूला जाएगा। दोनों बस टापेज के बीच 531 किलोमीटर का सफर होगा। इसके लिए साढ़े सात से साढ़े आठ घंटे का समय लगेगा। बसों का संचालन 27 मार्च की रात से शुरू होगा। बीच रास्ते दो प्लाजा पर बसों का ठहराव होगा।
लखनऊ से दिल्ली का किराया करीब 1300
केन्द्र सरकार के निर्देश पर रोडवेज की बसों में सीसीटीवी कैमरा व पैनिक बटन लगाने की शुरुआत के बाद अब दिव्यांग यात्रियों के लिए बसों में सीटें भी आरक्षित होंगी। डिपो के बस बेड़े में शामिल बसों में से दस प्रतिशत बसों में दिव्यांग श्रेणी के यात्रियों के लिए चार-चार सीटें आरक्षित की जाएंगी। हालांकि दिव्यांग यात्रियों को इसका लाभ वोल्वो, स्कैनिया, एसी शताब्दी व जनरथ श्रेणी की बसों में नहीं मिल सकेगा। इस सुविधा का लाभ दिव्यांगों को सिर्फ साधारण श्रेणी की बसों में ही उपलब्ध कराया जाएगा। ज्ञात हो इससे पूर्व यात्रियों की विशेषकर महिला यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केन्द्र सरकार ने निर्भया फंड के तहत यूपी रोडवेज को 83 करोड़ पए की धनराशि का भुगतान किया था। इसके बाद से निगम प्रशासन ने इस धनराशि से बसों में कैमरे व पैनिक बटन लगवाने की योजना में जुटा हुआ है। वहीं अब दिव्यांग यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुए निगम प्रशासन ने उनके लिए भी साधारण बसों में सीटें आरक्षित करने का निर्णय लिया है। उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (तकनीकि) जयदीप वर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देश के तहत यह निर्णय लिया गया है। इस बावत सभी डिपो व क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश भी जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक डिपो के बस बेड़े में मौजूद दस दस प्रतिशत बसों में चार-चार सीटें आरक्षित रहेंगी। दिव्यांग यात्रियों की आरक्षित सीटों पर विशेष प्रकार का लाल रंग का एक स्टीकर चस्पा कराने के साथ ही दिव्यांग के सामान टांगने के लिए हैंगर भी लगाए जाएंगे।
आगरा एक्सप्रेस वे पर पहले चलेंगी वोल्वो व स्कैनिया बसें
आगरा एक्सप्रेस वे पर पहले वोल्वो और स्कैनिया बसों का संचालन शुरू होगा। पहले चरण में 24 एसी बसों को चलाये जाना प्रस्तावित है। सस्ती बसों को बाद में चलाया जायेगा। बसों का संचालन चारबाग बस अड्डे से होना प्रस्तावित है। इसके बाद बसों का संचालन आलमबाग बस टर्मिनल से किया जाएगा। स्टेशन प्रबंधक वीएन तिवारी ने बताया कि 525 किलोमीटर के बजाए 531 किलोमीटर का रूट तय हुआ है। तय किलोमीटर के आधार पर स्कैनिया बस का किराया 1358 रु पए व वोल्वो बस का किराया 1328 रपए यात्रियों को देना होगा। एक यात्री का 140 रपए टोल लगेगा क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि लखनऊ- दिल्ली के बीच दो टोल प्जाला है। दोनों टोल मिलाकर एक यात्री के ऊपर तकरीबन 140 रपए का भार आएगा। टोल के पैसे को टिकट में जोड़कर वसूला जाएगा। दोनों बस टापेज के बीच 531 किलोमीटर का सफर होगा। इसके लिए साढ़े सात से साढ़े आठ घंटे का समय लगेगा। बसों का संचालन 27 मार्च की रात से शुरू होगा। बीच रास्ते दो प्लाजा पर बसों का ठहराव होगा।
लखनऊ से दिल्ली का किराया करीब 1300
केन्द्र सरकार के निर्देश पर रोडवेज की बसों में सीसीटीवी कैमरा व पैनिक बटन लगाने की शुरुआत के बाद अब दिव्यांग यात्रियों के लिए बसों में सीटें भी आरक्षित होंगी। डिपो के बस बेड़े में शामिल बसों में से दस प्रतिशत बसों में दिव्यांग श्रेणी के यात्रियों के लिए चार-चार सीटें आरक्षित की जाएंगी। हालांकि दिव्यांग यात्रियों को इसका लाभ वोल्वो, स्कैनिया, एसी शताब्दी व जनरथ श्रेणी की बसों में नहीं मिल सकेगा। इस सुविधा का लाभ दिव्यांगों को सिर्फ साधारण श्रेणी की बसों में ही उपलब्ध कराया जाएगा। ज्ञात हो इससे पूर्व यात्रियों की विशेषकर महिला यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केन्द्र सरकार ने निर्भया फंड के तहत यूपी रोडवेज को 83 करोड़ पए की धनराशि का भुगतान किया था। इसके बाद से निगम प्रशासन ने इस धनराशि से बसों में कैमरे व पैनिक बटन लगवाने की योजना में जुटा हुआ है। वहीं अब दिव्यांग यात्रियों की दिक्कतों को देखते हुए निगम प्रशासन ने उनके लिए भी साधारण बसों में सीटें आरक्षित करने का निर्णय लिया है। उप्र राज्य सड़क परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (तकनीकि) जयदीप वर्मा ने बताया कि केन्द्र सरकार के दिशा-निर्देश के तहत यह निर्णय लिया गया है। इस बावत सभी डिपो व क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश भी जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक डिपो के बस बेड़े में मौजूद दस दस प्रतिशत बसों में चार-चार सीटें आरक्षित रहेंगी। दिव्यांग यात्रियों की आरक्षित सीटों पर विशेष प्रकार का लाल रंग का एक स्टीकर चस्पा कराने के साथ ही दिव्यांग के सामान टांगने के लिए हैंगर भी लगाए जाएंगे।