परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में नौनिहालों को दोपहर भोजन देने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत भोजन बनने व कितने बच्चों ने खाना खाया कि जानकारी न देने पर सत्रह विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/सहायक अध्यापक फंस चुके है। मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के निदेशक की ओर से की गई समीक्षा में सामने आए मामले पर सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक/सहायक अध्यापकों को स्पष्टीकरण देने के निर्देश जारी किया गया है। बताते चलें कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को दोपहर भोजन देने के लिए संचालित मध्याह्न भोजन योजना का किस तरह क्रियान्वयन हो रहा है इस पर नजर रखने के लिए दैनिक अनुश्रवण प्रणाली व्यवस्था संचालित की गई है। इस पर प्राधिकरण की ओर से आने वाले काल पर मोबाइल के जरिए प्रति दिन जानकारी देनी होती है कि कितने बच्चे उपस्थित हुए व भोजन किए। गत 27 फरवरी को निदेशक मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की ओर से की गई समीक्षा में सामने आया कि 26 फरवरी को जिले के कुल 17 विद्यालय की ओर से सूचना नहीं दी गई कि कितने बच्चों ने भोजन किया है। इसे गंभीरता से लेते हुए सभी विद्यालय के प्रधानाध्यापक व जानकारी देने के लिए जिम्मेदार बनाए गए अध्यापकों को लापरवाही मानते हुए कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया गया है। निदेशक के निर्देश के क्रम में सूचना न देने वाले अभोली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गौरा, करनपुर, औराई ब्लाक के डभका, दशमी क बारी, भदोही ब्लाक के मूसी व दुलमदासपुर, डीघ ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय किसुनदेवपुर, मरसड़ा व पूर्व माध्यमिक विद्यालय बदरी, कोनिया व इब्राहिमपुर, ज्ञानपुर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय गनेशरायपुर, जगापुर, पकरीखुर्द द्वितीय व सुरियावां ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पट्टीबेजांव कांतीरामपुर व पूर्व माध्यमिक विद्यालय लालीपुर व कड़ोर के प्रधानाध्यापक/ सहायक अध्यापक को शोकाज नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने का निर्देश जिला बेसिक शिक्षाधिकारी प्रकाश नारायण श्रीवास्तव द्वारा दिया गया है। संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
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