शासन के नाम पर आए दो फर्जी मेल से बनारस बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय
में हड़कंप मच गया है। अपर प्रमुख सचिव की फर्जी मेल से किसी ने बीएसए वाराणसी को
मेल कर एडी बेसिक का चार्ज लेने का आदेश दे दिया। उस आदेश पर अमल भी हो गया।
छह दिन बाद फिर से इसी मेल से चार खंड शिक्षा अधिकारियों के स्थानांतरण का आदेश हुआ। इस आदेश पर अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह का हस्ताक्षर था और इसी हस्ताक्षर से इतनी बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ।
लखनऊ में तहकीकात की तो पता चला कि अपर मुख्य सचिव की ओर से दिए गए ये दोनों ही आदेश फर्जी हैं। शासन के विशेष सचिव देव प्रताप सिंह ने दोनों आदेशों को फर्जी बताया है और इसकी जांच कराकर मुकदमा दर्ज कराने को कहा है।
बता दें कि 19 जनवरी 2018 को अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह का जिलाधिकारी वाराणसी को संबोधित आदेश बीएसए वाराणसी बृज भूषण चौधरी को मिला।
छह दिन बाद फिर से इसी मेल से चार खंड शिक्षा अधिकारियों के स्थानांतरण का आदेश हुआ। इस आदेश पर अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह का हस्ताक्षर था और इसी हस्ताक्षर से इतनी बड़ी गड़बड़ी का पर्दाफाश हुआ।
लखनऊ में तहकीकात की तो पता चला कि अपर मुख्य सचिव की ओर से दिए गए ये दोनों ही आदेश फर्जी हैं। शासन के विशेष सचिव देव प्रताप सिंह ने दोनों आदेशों को फर्जी बताया है और इसकी जांच कराकर मुकदमा दर्ज कराने को कहा है।
बता दें कि 19 जनवरी 2018 को अपर मुख्य सचिव राज प्रताप सिंह का जिलाधिकारी वाराणसी को संबोधित आदेश बीएसए वाराणसी बृज भूषण चौधरी को मिला।
इसमें सहायक निदेशक वाराणसी विजय शंकर मिश्रा को हटाकर बीएसए बृज भूषण
चौधरी को चार्ज सौंपने का आदेश था। 22 जनवरी को बीएसए बीबी चौधरी ने एडी
बेसिक का चार्ज ले लिया।
छानबीन शुरू
इसके बाद 25 जनवरी को एक बार फिर से अपर मुख्य सचिव का
जिलाधिकारी के नाम से संबोधित पत्र बीएसए को प्राप्त हुआ जिसमें चार खंड शिक्षा
अधिकारियों का स्थानांतरण करने का आदेश था। खास बात ये कि ये दोनों ही आदेश बीएसए
के ई-मेल पर सीधे आए।
इस मामले से बनारस से लेकर लखनऊ में हड़कंप मचा हुआ है। मेल किसने और क्यों भेजा, इसकी छानबीन शुरू हो गई है। बीएसए बीबी चौधरी ने बताया कि जब पहला आदेश उन्हें एडी बेसिक का चार्ज लेने का मिला था, उस पर अपर मुख्य सचिव के हस्ताक्षर थे।
इसे देखकर ही कुछ अंदेशा हुआ था लेकिन जब एबीएसए के स्थानांतरण के आदेश पर अपर मुख्य सचिव का हस्ताक्षर देखा तो पूरा यकीन हो गया कि कुछ गड़बड़ जरूर है। अमूमन स्थानांतरण के आदेश पर अपर मुख्य सचिव का हस्ताक्षर नहीं होता।
इसका पता लगाने के वे खुद शनिवार को लखनऊ गए। वहां जाने पर पता चला कि शासन ने ऐसे कोई भी आदेश दिए ही नहीं हैं। ये दोनों आदेश acsupedu@gmail.com मेल एड्रेस से आए हैं। सोमवार को बीएसए की ओर से इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
इस मामले से बनारस से लेकर लखनऊ में हड़कंप मचा हुआ है। मेल किसने और क्यों भेजा, इसकी छानबीन शुरू हो गई है। बीएसए बीबी चौधरी ने बताया कि जब पहला आदेश उन्हें एडी बेसिक का चार्ज लेने का मिला था, उस पर अपर मुख्य सचिव के हस्ताक्षर थे।
इसे देखकर ही कुछ अंदेशा हुआ था लेकिन जब एबीएसए के स्थानांतरण के आदेश पर अपर मुख्य सचिव का हस्ताक्षर देखा तो पूरा यकीन हो गया कि कुछ गड़बड़ जरूर है। अमूमन स्थानांतरण के आदेश पर अपर मुख्य सचिव का हस्ताक्षर नहीं होता।
इसका पता लगाने के वे खुद शनिवार को लखनऊ गए। वहां जाने पर पता चला कि शासन ने ऐसे कोई भी आदेश दिए ही नहीं हैं। ये दोनों आदेश acsupedu@gmail.com मेल एड्रेस से आए हैं। सोमवार को बीएसए की ओर से इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।