Tuesday, April 18, 2017

18 अप्रैल : अंतराष्ट्रीय विरासत दिवस

World Heritage Day

दुनियाभर में निर्मित सुंदर और ऐतिहासिक महत्व वाली प्राचीन इमारतों की विरासत को संरक्षण प्रदान करने और लोगो में उसके प्रति जागरूकता जगाने के मकसद से हर साल 18 अप्रैल को अंतराष्ट्रीय विरासत दिवस मनाया जाता हैं. ऐतिहासिक दरोहारो को बचा कर रखने के लिए चुनिन्दा इमारतों को विश्व दरोहर का दर्ज़ा देती हैं. विश्व विरासत स्थल समित्ति UNESCO की मदद से ऐसे स्थलों का चनाव करती हैं और ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण के लिए आर्थिक सहायता मौहाया करावाती हैं. UNESCO की सूची में 962 स्थल और इमारते शामिल हैं.

जिन में सांकृतिक, प्राकृतिक और सभी प्रकार के प्राचीन महत्व वाली इमारते शामिल हैं. भारत का गौरवशाली इतिहास रहा हैं और यहाँ के हर कोने में कला संस्कृति की छाप देखने को मिलती हैं. भारत में लाल किला, क़ुतुब मीनार, हुमायु का मकबरा और ताज महल समेत बहुत सारे सुंदर ऐतिहासिक महत्व के स्थल मौजूद हैं जो अपने खूबसूरती और वास्तु कला के लिए दुनियाभर में मशहूर स्थल हमे ना सिर्फ इतिहास के पन्नो से रूबरू कराते हैं बल्कि इससे हमे उस समय की गौरवशाली परंपरा और संस्कृति के झरोखे में उसमे झाँकने का अवसर बी देते हैं. विश्व के सात आश्चर्यो में भारत का ताज महल भी शामिल हैं अपनी वास्तु कला और संरचना और अभियात्रिकी का ताज महल बेजोड़ नमूना हैं और यही कारण हैं की दुनिया भर से सैलानी यहाँ पर घुमने आते हैं. इनको देखने से यकीं नहीं होता की इन्हें इंसान बना सकता हैं.
अंतराष्ट्रीय विरासत दिवस हमे याद दिलाता हैं की हमे ऐतिहासिक स्थलों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी पूरी तरह से निभानी चाहिए और ऐसी जगहों पर ना तो गन्दगी फैलानी चाहिए और ना ही दीवारों पर कुछ लिखना चाहिए. हमे आज के समय में हर छोटी छोटी चीजों को लेकर संवेदनशील होने की आवश्यकता हैं क्यूंकि हमने अपने स्वार्थ के कारणवश ही बहुत सी चीजों को नष्ट कर दिया हैं जिसमे सबसे पहले वो जानवर या पक्षी आते हैं जो आज हमारी वजह से जिनका अस्तित्व इस संसार से लुप्त हो गया हैं. कम से कम हम आज के दिन पर तो इस चीज़ को लेकर जागरूक हो जाए की अपने देश की विरासत को ना तो नुक्सान पहुंचाए और ना ही किसी को पहुंचाने दे.







साभार


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