Sunday, March 22, 2020

22 मार्च : बिहार दिवस


22 मार्च यानी आज ही के दिन सन 1912 में बिहार को बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग कर राज्य बनाया गया था। इसलिए हर साल राज्य सरकार 22 मार्च को बिहार दिवस मनाती है। 1857 के प्रथम सिपाही विद्रोह में बिहार के बाबू कुंवर सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1912 में बंगाल के विभाजन के फलस्वरूप बिहार नाम का राज्य अस्तित्व में आया। बिहार की राजधानी पटना है।
जानिए बिहार और बिहार दिवस से जुड़ी 13 बेहद साख बातें... 
1.बिहार शब्द (संस्कृत और पाली शब्द) विहार (मठ या Monastery) से बना. बिहार बौद्ध संस्कृति का जन्म स्थान है, जिस वजह से इस राज्य का नाम पहले विहार और उससे बिहार बना. 
2. 
बिहार को पहले मगध नाम से जाना जाता था. बिहार की राजधानी पटना का नाम पहले पाटलिपुत्र था. 
3. 
भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद बिहार से ही थे. 
4. 
हिंदु पुराणों के अनुसार माता सीता का जन्म भी बिहार में हुआ. इसी राज्य में भगवान राम और माता सीता का मिलन भी हुआ.
5. 
बिहार से ही बुद्ध और जैन धर्म की उत्पत्ति हुई. इसी राज्य में भगवान बुद्ध और महावीर का जन्म हुआ.  
6. 
बिहार में ही दुनिया के सबसे पुराना विश्वविद्यालय (नालंदा यूनिवर्सिटी) है. 12वीं शताब्दी के बाद इस खूबसूरत स्थान के साथ तोड़-फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया. इस स्थान के खंडहर हो जाने के बावजूद साल 2016 में इस स्थान को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज (UNESCO World Heritage) में शामिल किया गया. 
7. 
बिहार में ही एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला (सोनपुर मेला) लगता है. बिहार के सोनपुर इलाके में यह मेला हर साल नवंबर-दिसंबर (कार्तिक पूर्णिमा) में लगता है.
8. इस राज्य में भारत के प्राचीन मंदिरों में से एक माने जाने वाला मुंडेश्वरी मंदिर मौजूद है. ये मंदिर भगवान शिव और माता पार्वती का है.
9. 
विश्व प्रसिद्ध गणितज्ञ आर्यभट भी बिहार से थे. 
10. 
यौन संबंधों पर लिखी गई सबसे मशहूर किताब कामसूत्र को लिखने वाले लेखक वात्स्यायन भी बिहार से थे. 
11. 
सिखों के 10वें गुरु (गुरु गोबिंद सिंह)  का जन्म भी बिहार में हुआ. हरमिंदर तख्त (पटना साहिब) पटना में है. 
12. 
बिहार के वैशाली जिले को दुनिया का पहला गणतंत्र माना जाता है. इसी जगह पर भगवान महावीर का जन्म हुआ था. 
13. 
भारत के प्रसिद्ध सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य, विक्रमादित्य और अशोका भी बिहार से ही हैं.

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