नई किताबों का
प्रकाशन न हो पाने से शिक्षा निदेशक बेसिक का आदेश
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में नए शैक्षिक
सत्र का श्रीगणोश पुरानी किताबों से होगा। तमाम तैयारियों के बाद भी एक अप्रैल से
शुरू हो रहे सत्र तक नवीन पाठ्य पुस्तकों का मुद्रण व प्रकाशन नहीं हो सका है। ऐसे
में इन विद्यालयों में पढ़ रहे छात्र-छात्रओं से पुराने किताबें जमा कराई जाएंगी।
शिक्षा निदेशक बेसिक डा. सर्वेद्र विक्रम बहादुर सिंह
ने प्रदेश के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि शैक्षिक सत्र 2017-18 में कक्षा एक से आठ तक के
बच्चों को बांटी गई निश्शुल्क पाठ्य पुस्तकें स्कूल में ही जमा करा ली जाएं।
विद्यालय की आंतरिक व्यवस्था के तहत उन्हें नए छात्र-छात्रओं को दे दी जाएं,
ताकि पहले दिन से ही स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो सके। उन्होंने यह भी
लिखा है कि नई किताबों के प्रकाशन में अभी विलंब को देखते हुए यह निर्णय लिया गया
है, आगे जब नई किताबें उपलब्ध हो जाएंगी, तब पुरानी किताबें बच्चों से वापस ली जाएंगी। परिषद के विद्यालयों में यह सिलसिला
पिछले कई वर्षो से चल रहा है, हर बार समय पर किताबें उपलब्ध
कराने का ढिंढोरा खूब पीटा गया लेकिन, सत्र शुरू होने के समय
पुरानी किताबों का ही सहारा लिया गया है। इस बार कई माह पहले ही टेंडर आदि की
प्रक्रिया पूरी कर ली गई, फिर भी किताबें समय से उपलब्ध नहीं
हो पाई हैं।