अगर आपका बच्चा हाईस्कूल या इंटर में पढ़ रहा है, लेकिन वह पढ़ाई में कमजोर है तो
आपको घबराने की जरूरत नहीं है। ऐसे छात्रों को कौशल विकास मिशन के तहत न केवल 'स्किल इंडिया का पाठ पढ़ाया जाएगा, बल्कि उन्हें तकनीकी प्रशिक्षण के
बाद नौकरी भी दिलाई जाएगी। उप्र कौशल विकास मिशन की इस पहल को अमली जामा पहनाने की
कवायद शुरू हो गई है।
योजना के तहत माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को कौशल विकास से जोड़ा जाएगा। इसके पीछे मंशा यह है कि हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई कर रहे ऐसे विद्यार्थी जो किसी कारण से आगे की पढ़ाई नहीं कर सकते या फिर किताबी पढ़ाई करने में कमजोर होते हैं, लेकिन उनका दिमाग तकनीकी ज्ञान की ओर अधिक होता है। ऐसे विद्यार्थियों की पहचान कर उनके अंदर का तकनीकी हुनर का बढ़ाया जाय। हर जिले में 15 किमी के दायरे में आने वाले ऐसे सभी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों की पहचान की जाएगी। नए साल में इसकी इसकी शुरुआत होगी।
स्किल कनेक्ट से जुड़ेंगे स्कूल
उप्र कौशल
विकास मिशन की ओर से बनाए गए मोबाइल एप-'स्किल कनेक्टÓ के माध्यम से स्कूलों को जोड़ा
जाएगा। एक निजी मोबाइल कंपनी के माध्यम से हर स्कूल के विद्यार्थियों को कौशल
विकास की जानकारी दी जाएगी। 15 किमी के दायरे में आने वाले कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों के
प्रतिनिधि विद्यार्थियों की पहचान करेंगे और उन्हें ट्रेनिंग की जानकारी देंगे।
आवश्यक हुआ तो विद्यालयों में प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की जाएगी।युवाओं को जोड़ेगा 'स्किल मित्र
स्कूलों के साथ ही पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को 'स्किल मित्र एप जानकारी मिलेगी। इसके माध्यम से न केवल युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों की सूची का पता चलेगा बल्कि गूगल मैप के जरिए सेंटर तक आने की जानकारी भी मिल जाएगी। जहां युवा जाकर तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकता है। इसी के माध्यम से पंजीयन के लिए पंजीयन भी कराया जा सकेगा।एक नजर में
राजकीय माध्यमिक विद्यालय-2048सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय-4395
प्रदेश में कौशल विकास केंद्र-1600
कौशल विकास के सेक्टर-37
तकनीकी प्रशिक्षण की ट्रेडें-559
कौशल विकास में पंजीयन-6 लाख
प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवा-5 लाख
सेवायोजित युवा-1.50 लाख
नए वर्ष से स्कूलों को जोडऩे की कवायद शुरू होगी
उप्र कौशल विकास मिशन की इस नई पहल से स्कूली शिक्षा ग्रहण कर रहे विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। आगे की पढ़ाई छोडऩे वाले विद्यार्थियों को भी तकनीकी ज्ञान पाने का अवसर मिलेगा। मिशन की ओर से बनाए गए 'एपÓ को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉन्च कर दिया है। नए वर्ष से स्कूलों को जोडऩे की कवायद शुरू हो जाएगी।राजेंद्र प्रसाद-निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन
साभार दैनिकजागरण