भले ही विशेष सचिव ने जांच को लेकर कुछी कहने से मना कर दिया, लेकिन शिक्षामित्रों के मानदेय के भुगतान को लेकर कई कमियां
विभाग के लेखा की सामने आई हैं। सूत्रों की मानें तो यदि जांच में लेखा विभाग की
लापरवाही स्पष्ट है तो लेखाधिकारी पर गाज गिर सकती है। अन्य कर्मचारियों पर सख्त
कार्रवाई की जा सकती है।
शिक्षामित्रों
में पड़ी दरार:
शिक्षामित्रों का एक संगठन जहां विभागीय लापरवाही को लेकर
मोर्चा लेता नजर आ रहा था। वहीं विशेष सचिव के समक्ष आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर
एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को पूरी तरह बेकसूर बताते
हुए शिक्षामित्र की आत्महत्या को घरेलू कारणों से होना बताया। वहीं दूरस्थ बीटीसी
शिक्षामित्र संगठन के जिलाध्यक्ष सुद्योतकर यादव ने ज्ञापन देकर मामले में
निष्पक्ष न्याय की बात कही।
विशेष
सचिव ने चार घंटे खंगाले मानदेय अभिलेख
शिक्षामित्र
आत्महत्या के मामले की जांच को आए , बीएसए के
निलंबन के विरोध में दिखा शिक्षकों का एक गुट
शिक्षामित्र
मनमोहन सिंह की आत्महत्या मामले में शासन के निर्देश पर विभागीय लापरवाही की जांच
करने शनिवार सुबह विशेष सचिव राज लिंगम संकुल भवन पहुंच गए। लगभग चार घंटे उन्होंने
विभाग के शिक्षामित्रों के मानदेय संबंधी विभिन्न अभिलेखों और पत्रवलियों की सघन
पड़ताल की। वहीं विभागीय अधिकारियों से भी पूछताछ करते हुए उनके तथा लिपिकों के
बयान दर्ज किए। उधर विशेष सचिव के पहुंचने की जानकारी पर निलंबित बीएसए के समर्थन
में शिक्षक संगठनों ने उनसे मुलाकात कर शासन की कार्रवाई को गलत बताते हुए निलंबन
वापसी को ज्ञापन सौंपे।
अवागढ़
ब्लॉक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय औनेरा में नियुक्त समायोजित शिक्षामित्र की
आत्महत्या के मामले को विधान परिषद में शिक्षक विधायक जगवीर किशोर जैन द्वारा उठाए
जाने के बाद बीएसए एसके तिवारी को निलंबित कर जांच के लिए विशेष सचिव को एटा भेजा
गया। विशेष सचिव सीधे संकुल भवन स्थित बीएसए कार्यालय पहुंचे। उन्होंने निलंबित
बीएसए, विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी अजय यादव के अलावा
शिक्षामित्रों के मानदेय कार्य से जुड़े अन्य लिपिकों से पूछताछ की।
शिक्षक
संगठनों ने मामले में उनका भी पक्ष रखे जाने को लेकर विशेष सचिव से अनुरोध किया ।
तमाम शिक्षक-शिक्षिकाएं तो संकुल भवन के बाहर बीएसए के निलंबन का विरोध करते हुए
नारेबाजी करते दिखे। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष संजय शर्मा, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष लोकपाल सिंह, शशिकांत शर्मा, प्रशिक्षित
शिक्षक संघ के सुमित मिश्र, अनुराग
उपाध्याय आदि ने विशेष सचिव को ज्ञापन सौंपकर निलंबन पर आपत्ति जताई