अगले वर्ष 15 दिन में होगी बोर्ड परीक्षा
ढाई महीने तक चलने वाली परीक्षा को एक महीने तक किया सीमित
2019 की बोर्ड परीक्षा में आधार से लिंक होंगे परीक्षार्थीसार्वजनिक होंगी यूपी बोर्ड टॉपरों की कापियांयूपी बोर्ड का नया सत्र एक अप्रैल से शुरू होगा, पूरे प्रदेश में चलेंगी एनसीईआरटी की किताबें
प्रदेश के डिप्टी सीएम व माध्यमिक शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि ढाई महीने चलने वाली बोर्ड परीक्षा को इस बार एक महीने तक सीमित किया गया है। 2019 की बोर्ड परीक्षा को 15 दिनों में करायी जाएगी। यूपी बोर्ड परीक्षा टॉप करने वाले मेधावियों की कापियों को भी वेबसाइट पर डाल का सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक यूपी बोर्ड परीक्षा में साढ़े दस लाख से ज्यादा परीक्षार्थी इम्तहान छोड़ चुके हैं। इनमें 70 फीसद से ज्यादा यूपी के बाहर हैं। अभी तक प्रदेश में चल रहे नकल उद्योग के चलते यहां से डिग्री हासिल करने के लिए आते थे, लेकिन इस बार पूरी तरह नकेल लगायी गयी है।उपमुख्यमंत्री डा. शर्मा यहां शनिवार को एनेक्सी में पत्रकार वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए सभी जिलों के डीएम व एसपी से अपनी मंशा जतायी थी। यूपी में भाजपा के सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार, नकल और ट्रांसर्फर पोस्ंिटग उद्योग पर सकिंजा कसा गया है। इस बार की परीक्षाओं में अगर कहीं खामी भी रह गयी तो अगले वर्ष पूरी तरह खत्म किया जाएगा। डा. शर्मा ने कहा कि 2019 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले सभी परीक्षार्थियों को आधार से लिंक कराना जरूरी होगा और अब परीक्षा केन्द्रों पर लगायी गयी सीसीटीवी से स्कूलों में शिक्षकों के पढ़ाने की भी मॉनीटरिंग हो सकेगी। डा. शर्मा ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओ में इस बार नकल न के बाराबर हुई है और अनुचित साधनों के इस्तेमाल में 564 परीक्षार्थियों को ही पकड़ा गया है। अकेले परीक्षा केन्द्रों की संख्या में 2866 की कमी आने से राज्य सरकार का 100 करोड़ रुपये बचा है। यूपी बोर्ड का नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू होगा और पूरे प्रदेश में एनसीईआरटी की किताबों को चलाया गया। इस मौके पर प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी के साथ दूसरे अधिकारी भी मौजूद थे।
ढाई महीने तक चलने वाली परीक्षा को एक महीने तक किया सीमित
2019 की बोर्ड परीक्षा में आधार से लिंक होंगे परीक्षार्थीसार्वजनिक होंगी यूपी बोर्ड टॉपरों की कापियांयूपी बोर्ड का नया सत्र एक अप्रैल से शुरू होगा, पूरे प्रदेश में चलेंगी एनसीईआरटी की किताबें
प्रदेश के डिप्टी सीएम व माध्यमिक शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि ढाई महीने चलने वाली बोर्ड परीक्षा को इस बार एक महीने तक सीमित किया गया है। 2019 की बोर्ड परीक्षा को 15 दिनों में करायी जाएगी। यूपी बोर्ड परीक्षा टॉप करने वाले मेधावियों की कापियों को भी वेबसाइट पर डाल का सार्वजनिक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी तक यूपी बोर्ड परीक्षा में साढ़े दस लाख से ज्यादा परीक्षार्थी इम्तहान छोड़ चुके हैं। इनमें 70 फीसद से ज्यादा यूपी के बाहर हैं। अभी तक प्रदेश में चल रहे नकल उद्योग के चलते यहां से डिग्री हासिल करने के लिए आते थे, लेकिन इस बार पूरी तरह नकेल लगायी गयी है।उपमुख्यमंत्री डा. शर्मा यहां शनिवार को एनेक्सी में पत्रकार वार्ता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नकलविहीन परीक्षा कराने के लिए सभी जिलों के डीएम व एसपी से अपनी मंशा जतायी थी। यूपी में भाजपा के सत्ता में आते ही भ्रष्टाचार, नकल और ट्रांसर्फर पोस्ंिटग उद्योग पर सकिंजा कसा गया है। इस बार की परीक्षाओं में अगर कहीं खामी भी रह गयी तो अगले वर्ष पूरी तरह खत्म किया जाएगा। डा. शर्मा ने कहा कि 2019 में होने वाली बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले सभी परीक्षार्थियों को आधार से लिंक कराना जरूरी होगा और अब परीक्षा केन्द्रों पर लगायी गयी सीसीटीवी से स्कूलों में शिक्षकों के पढ़ाने की भी मॉनीटरिंग हो सकेगी। डा. शर्मा ने बताया कि बोर्ड परीक्षाओ में इस बार नकल न के बाराबर हुई है और अनुचित साधनों के इस्तेमाल में 564 परीक्षार्थियों को ही पकड़ा गया है। अकेले परीक्षा केन्द्रों की संख्या में 2866 की कमी आने से राज्य सरकार का 100 करोड़ रुपये बचा है। यूपी बोर्ड का नया सत्र 1 अप्रैल से शुरू होगा और पूरे प्रदेश में एनसीईआरटी की किताबों को चलाया गया। इस मौके पर प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी के साथ दूसरे अधिकारी भी मौजूद थे।