फर्रुखाबाद
: सर्व शिक्षा अभियान व शिक्षा का अधिकार अधिनियम के बावजूद शिक्षा की सुविधा से
अभी तक वंचित चल रहीं असेवित बस्तियों में प्राथमिक विद्यालय खोले जाएंगे। इसके
लिए बेसिक शिक्षा विभाग से सर्वे रिपोर्ट मांगी गई है। गांव से एक किलोमीटर की
दूरी के अंदर प्राथमिक विद्यालय खोलकर इन बस्तियों को संतृप्त किया जाएगा।
जनपद की
लगभग 59 बस्तियां ऐसी हैं, जहां के
बच्चों को अभी भी एक किलोमीटर दूरी के अंदर प्राथमिक शिक्षा पाने के लिए विद्यालय
उपलब्ध नहीं हैं। इन बस्तियों के गरीब व अनुसूचित जाति वर्ग के बच्चों को शिक्षा
प्राप्त करने के लिए परेशानी उठानी पड़ती है। समाज कल्याण निदेशालय ने ऐसी बस्तियों
का ब्योरा तलब किया है।
जिला समाज
कल्याण अधिकारी ललिता यादव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से ऐसे गांवों का विवरण
मांगा है, जिन्हें अभी तक आरटीई एक्ट के तहत संतृप्त नहीं किया जा सका और
वहां विद्यालय खोला जाना है। अनुसूचित जाति वर्ग बाहुल्य आबादी में संचालित विद्यालयों
का विवरण भी मांगा गया है। जिला समन्वयक निर्माण दिलीप राजपूत ने बताया कि असेवित
बस्तियों की सूची तैयार है। सभी विवरण समाज कल्याण विभाग को भेजे जा रहे हैं।