Sunday, February 4, 2018

शिक्षकों के लिए अब अनिवार्य होगा डिजिटल प्रशिक्षण - सरकार करने जा रही ये बदलाव

इस पूरी मशक्कत के पीछे उद्देश्य बिल्कुल साफ है, कि आने वाले दिनों में स्कूलों में कोई भी शिक्षक ऐसा हो, जो डिजिटल तकनीक के जरिए शिक्षा देने में असमर्थ है।


स्कूली शिक्षा में जिस तरीके डिजिटल तकनीक का बोल-बोला बढ़ता जा रहा है, उसे देखते हुए शिक्षकों को भी डिजिटल ज्ञान देने की जरूरत महसूस होने लगी है। सरकार ने इस दिशा में बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत स्कूलों मे पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को जहां रिफ्रेशर कोर्स कराने की तैयारी शुरु कर दी है, वहीं बीएड सहित शिक्षकों के प्रशिक्षिण से जुड़े दूसरे कोर्सों के पाठ्यक्रम को भी अपडेट किया जा रहा है। इन सभी कोर्सों में अब डिजिटल प्रशिक्षण को अनिवार्य रूप से शामिल किया जा रहा है।
इस पूरी मशक्कत के पीछे उद्देश्य बिल्कुल साफ है, कि आने वाले दिनों में स्कूलों में कोई भी शिक्षक ऐसा हो, जो डिजिटल तकनीक के जरिए शिक्षा देने में असमर्थ है। मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो सरकार इसे लेकर जल्द ही एक बड़ा प्रोग्राम भी शुरू करने की तैयारी में है। वैसे भी बीएड और शिक्षकों के प्रशिक्षण से जुड़े दूसरे कार्यक्रम का पाठ्यक्रम मौजूदा शिक्षा के लिहाज से ठीक नहीं रहा है। यह काफी पुराना है। तब से अब में शिक्षा का पैटर्न काफी कुछ बदल गया है। यह तब और जरूरी है, जब स्कूली शिक्षा को सरकार ब्लैक बोर्ड से डिजिटल बोर्ड की तरफ ले जाने की तैयारी में जुटी है। स्मार्ट क्लास रूम बनाए जा रहे है। ऐसे में जरूरी है कि शिक्षकों को इसके लिए प्रशिक्षित किया जाए।
फिलहाल शिक्षकों के प्रशिक्षिण के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए एनटीसीई (नेशनल कौसिंल फार टीचिंग एजुकेशन) को सौंपा गया है, जो इसे लेकर तेजी से काम रही है। सूत्रों की मानें तो इस प्रक्रिया को इस लिए भी तेजी से आगे बढ़ाया गया है, क्योंकि मौजूदा समय में देश के करीब 12लाख अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित देने का कार्यक्रम चल रहा है। ऐसे में इन शिक्षकों को इसी कार्यक्रम के साथ डिजिटल की ट्रेनिंग भी दे दी जाए। सरकार की चिंता है कि यदि उसने शिक्षकों को डिजिटल तकनीक के जरिए पढ़ाने का प्रशिक्षण नहीं दिया, तो उनकी पूरी मुहिम चौपट हो जाएगी।

ensoul

money maker

shikshakdiary

bhajapuriya bhajapur ke