Monday, February 26, 2018

दो विद्यालय शिक्षकविहीन, 13 में एक अध्यापक

शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार की ओर से तमाम कवायद चल रही है, लेकिन जिनके कंधों पर शिक्षा को सुधारने का जिम्मा है उनकी लापरवाही के चलते यह पूरा होता नजर नहीं आ रहा है। सेवापुरी ब्लाक की यदि बात की जाये तो यहां प्राथमिक विद्यालयों का बुरा हाल है। हालत यह कि या तो कहीं विद्यालय में शिक्षक नहीं है या फिर जहां हैं तो वहां की हालत बड़ी खराब है।प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा शिक्षा को लेकर समय-समय पर घोषणाएं होती रहती है। कोशिश भी निरन्तर जारी है, मगर जमीनी हकीकत इससे पूरी तरह से इतर है। अधिकारियों की कार्य पण्राली के चलते सरकार की शिक्षा को लेकर बनायी जा रही सारी योजनाएं मूर्त रूप लेती नजर नहीं आ रही है। सेवापुरी विकास खण्ड की ही यदि बात की जाये तो यहां कई विद्यालय ऐसे है जहां शिक्षक नही है। कुछ ऐसे भी है जहां शिक्षक मानक से ज्यादा है। विकास खण्ड के गोराई व लच्छीपुर में कोई शिक्षक नही है, जब कि प्राथमिक विद्यालय जगापट्टी, पतेरचक,सातों, सूईलरा, घोसिला द्वितीय, हित्तापुर, रसुलहां, जोगियापुर, नयापुर, गजापुर,जगतीपुर, बजरडीहा, पूर्व माध्यमिक विद्यालय विहडा में एक शिक्षक ही मौजूद है। सत्र समाप्त होने की ओर अग्रसर है। सभी विद्यालयों में एक शिक्षक एक से लेकर पांच तक के बच्चों को शिक्षा देते है। इस तरह से शिक्षा का स्तर कैसे सुधरेगा इस सम्बन्ध में जब खण्ड शिक्षा अधिकारी बृजेश कुमार श्रीवास्तव से बात की गयी तो उनका कहना था कि प्रस्ताव भेजा गया है। मजे की बात तो यह है कि कई विद्यालय में मानक से ज्यादा शिक्षक पढ़ा रहे हैं।