फर्रुखाबाद
: बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन पकाने को जिले के 1988 विद्यालयों
में 20 जून तक रसोइया चयन होना था। अभी तक किसी भी विकास खंड से चयन
सूची नहीं आई। ग्रीष्मावकाश के बाद पहली जुलाई को विद्यालय खुलने तक रसोइयों के
चयन पर अंतिम निर्णय हो पाने की संभावना नहीं है।
गत वर्ष 1988 विद्यालयों में 4626 रसोइया
कार्यरत थीं। इस बार नए सिरे से चयन होना है। नवीन चयनित रसोइयों को जुलाई में
विद्यालय खुलने पर भोजन बनाने की जिम्मेदारी दी जानी है। चयन के लिए 10 जून तक विद्यालय स्तर पर आवेदन लिए गए। 25 छात्रों तक एक रसोइया का चयन होता है। 26 से 100 बच्चों तक
दो, 101 से 200 बच्चों तक
तीन, 201 से 400 बच्चों तक
चार रसोइया रहती हैं।
चयन को
लेकर प्रधान व हेड मास्टर में विवाद
कुछ
विद्यालयों में रसोइया चयन को लेकर ग्राम प्रधान व हेडमास्टर में विवाद की स्थिति
बनी हुई है। कुछ प्रधान पुरानी रसोइया को हटाकर नई रसोइया का चयन करने का दबाव डाल
रहे, पर प्रधानाध्यापक इसके लिए तैयार नहीं हैं। मध्याह्न भोजन के
प्रभारी खंड शिक्षा अधिकारी बेगीश गोयल ने बताया कि 20 जून तक चयन सूची जमा होनी थी। अब दो दिन का समय और दे दिया गया
है।